मंगलवार, 29 जुलाई 2008

एडवेंचर सेल पढ़ाएगी पर्यावरण का पाठ

निखिल सूर्यवंशी
भोपाल. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की एडवेंचर सेल अब केवल स्पोर्ट्स के लिए ही नहीं जानी जाएगी बल्कि पर्यावरण क्षेत्र में भी इसकी ख्याति फैलेगी। पहाड़ों पर खतरों से खेलना सिखाने वाली एडवेंचर सेल जल्द ही बर्ड वॉचिंग, नेचर वॉक सहित पर्यावरण की जागरूकता के लिए कार्य करेगी।
विवि की इस सेल ने यह प्रस्ताव तैयार कर लिया है। यह सेल विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर पर्यावरण बचाने के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार भी करेगी। सेल की योजना बीयू कैंपस में ही बर्ड वॉचिंग की व्यवस्था करने की है। यह छात्रों के ज्ञान वर्धन में सहायक होगी।

योजना में शामिल है
खेल के दायरे से निकलकर पर्यावरण से जुड़ने वाली यह सेल बर्ड वॉचिंग, नेचर वॉक और ईको-पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करेगी, ताकि पर्यावरण के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा सके। संबंधित अधिकारी ने बताया कि ऐसे स्थानों की तलाश जारी है जिन्हें ईको-पर्यावरण के उपयुक्त बनाया जा सके। इसके लिए सर्वे भी किया जाएगा। सेल द्वारा तैयार योजना का उद्देश्य है छात्रों को कैंपस में ही प्रकृति से जुड़ी जानकारी प्रदान करना है।

छात्रों को होगा लाभ
सेल से जुड़े अधिकारी के अनुसार कई छात्रों को पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी जानकारी नहीं होती, न वे बर्ड वॉचिंग के बारे में जानते हैं और न ही इसके महत्व के बारे में। जीव जन्तुओं का हमारे जीवन में क्या महत्व है छात्रों के लिए यह जानना आवश्यक है। उन्हें इससे जुड़ी जानकारी प्रदान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे साथ ही विशेषज्ञों को व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

क्यों लिया गया फैसला
एडवेंचर सेल अब तक छात्र केवल रॉक क्लाईमिंग, क्लाईमिंग, रैपलिंग, जुमारिंग, पैरासेलिंग, रिवर क्रॉसिंग, रॉप वॉकिंग और कैंपिंग जैसी गतिविधियों में भाग लेते थे जो उन्हें रोमांच से तो भर देती थीं लेकिन प्रकृति के अधिक नजदीक जाने के लिए आवश्यक था कि पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। हाल ही में पहली बार ऐसा कैंप आयोजित किया गया जिसमें लोगों और छात्रों की प्रतिक्रिया सराहनीय रही। इसके पश्चात निर्णय लिया गया कि इसे एडवेंचर सेल में शामिल कर लिया जाए।
पर्यावरण के प्रति छात्रों को जागरूक करने के लिए एडवेंचर सेल अब बर्ड वॉचिंग और नेचर वॉक सहित कई कार्यक्रम आयोजित करेगी। नए स्थान तलाश किए जाएंगे और उन्हें ईको-पर्यावरण के रूप में विकसित किया जाएगा। बीयू कैंपस में ही बर्ड वॉचिंग कैंप की स्थापना की जाएगी।
-मुकेश शर्मा, प्रभारी, एडवेंचर सेल

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